होली गीत
💐जय माँ शारदे 💐
विधा- होली गीत
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आयो होली को त्योहार, कैसी अँगना उड़त गुलाल l
पीत रंग गोरी ओढ़ चुनरिया, गल बासंती माल ,
नैनन कजरा नाक नथुनियां,गजरा बाँधे बाल ,
कमर में पहने करधनियां, और मस्तानी चाल l
आयो.........
ढोल बजावत है फगुनारे ,बजे मिरदंग औ झाल ,
रसिया फागें हिलमिल गावें , नाचें दै दै ताल l
टेशू को रंग मिल के घोरो ,सब पे दीन्हों डाल l
आयो..........
भंग को रंग चढ़ो है ऐसो, सुधबुध बिसरा बैठे ,
फटे चिथे सब उन्ना पहने, मूंछें अपनी ऐंठे l
कारें मुँह के बंदरा लग रय , हँस हँस बुरो है हाल l
आयो........
गुझियाँ बनी पपरियां बन गईं,और बूँदी रसदार,
शक्कर पारे बने थाल भर,लडूअन की है बहार l
बर्फी बन गई भंग भरी सो, हुए हाल बेहाल l
आयो............
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विनीता गुप्ता, छतरपुर मध्यप्रदेश स्वरचित मौलिक, सर्वाधिकार सुरक्षित,
Punam verma
25-Mar-2024 09:03 AM
Very nice👍
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RISHITA
24-Mar-2024 06:28 PM
👍👍👍
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HARSHADA GOSAVI
24-Mar-2024 05:59 PM
👌👌👌👌👌
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